कुछ दीन पहले भारतने अपना स्वतंत्रता दीन मनाया ।माना गया की पुरा भारत आजाद हो गया है और सब लोग बेहद खुश भी है । देश स्वतंत्र हुए 67 साल हो गये ।
आज भी देश गुलाम है ।झंझीरो से जुडा है ।पहले अंग्रेज देश पर शाशन करते थे । आज देश के बलवान लोग शाशन करते है । पहले कुछ परीवर्तन नही था तो क्या अब क्या परीवर्तन आ गया है, खाक ।
दुनिया जब तेजी से आगे बढ रही है तब हम जातिवाद,धर्मवाद,प्रांतवाद जैसे फालतुं बातो पर हमारा समय बरबाद कर रहे है । हमारा देश गरीबी,बेकारी,असमानता जैसे गंभीर समस्याओ से गड्डा हुआ है, तब हम ये सब मिटाने की बजाय गंदी राजनिति के तरीके से आपसमे झगडे जा रहे है ।
हमे अब दुसरी आझादी चाहीये जहां कोई अपना हो और सबी को आगे बढकर देश के लिये मर मिटने केा कुरबान होने का अवसर प्रदान हो ।
आज भी देश गुलाम है ।झंझीरो से जुडा है ।पहले अंग्रेज देश पर शाशन करते थे । आज देश के बलवान लोग शाशन करते है । पहले कुछ परीवर्तन नही था तो क्या अब क्या परीवर्तन आ गया है, खाक ।
दुनिया जब तेजी से आगे बढ रही है तब हम जातिवाद,धर्मवाद,प्रांतवाद जैसे फालतुं बातो पर हमारा समय बरबाद कर रहे है । हमारा देश गरीबी,बेकारी,असमानता जैसे गंभीर समस्याओ से गड्डा हुआ है, तब हम ये सब मिटाने की बजाय गंदी राजनिति के तरीके से आपसमे झगडे जा रहे है ।
हमे अब दुसरी आझादी चाहीये जहां कोई अपना हो और सबी को आगे बढकर देश के लिये मर मिटने केा कुरबान होने का अवसर प्रदान हो ।
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ReplyDeleteyou are right naran ji. our country is in really bad condition, here people kill people cause of statement and rubbish speech of some one... and most of political leader always be ready for find benefits from communal riots... it such a bad condition.
ReplyDeleteif our think tank will strong no one can do like tha...
we have to change.